भारत के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार, 21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए तुरंत प्रभाव से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे पत्र में कहा:
*स्वास्थ्य:* इस्तीफे के पीछे वजह
धनखड़ पिछली सरकार में मार्च 2025 में AIIMS में दिल की समस्याओं के चलते भर्ती थे और चार दिन तक निगरानी में रहे ।
जून में कुमाऊँ यूनिवर्सिटी में एक बेहोशी की घटना भी सामने आई, जिससे स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ बढ़ीं .
*आभार और सहयोग*
धनखड़ ने अपने इस्तीफे में अनेक शीर्ष नेताओं का धन्यवाद किया:
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ कार्य करने का “Wonderful working relationship” ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मंत्रिमंडल व संसद के सदस्यों का भी उन्होंने आभार व्यक्त किया ।
*संवैधानिक प्रक्रिया:*
अब क्या होगा?
उनका इस्तीफ़ा संविधान के अनुच्छेद 67(a) के तहत राष्ट्रपति को दिया गया ।
उपराष्ट्रपति का कार्यालय अभी खाली हो गया है और राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन, हरिवंश नारायण सिंह, स्वतः अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे ।
नए उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए संवैधानिक प्रक्रिया शुरू होगी — इसमें लोकसभा व राज्यसभा के सांसद शामिल होंगे, और चुनाव गुप्त मतदान व STV से संपन्न होगा ।
चुनाव अगले 60 दिनों के भीतर होना अनिवार्य है ।
*राजनीतिक प्रतिक्रिया*
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि “more than meets the eye”—उनके इस्तीफे के पीछे स्वास्थ्य से परे कुछ और राजनीतिक कारण भी हो सकते हैं ।
शिवसेना नेता प्रियांका चतुर्वेदी ने कहा कि विपक्ष में इस मुद्दे पर विचारों में मतभेद दिख रहा है ।