मुंशी प्रेमचंद जयंती के अवसर पर रोटीबाती हिंदी हाई स्कूल में प्रेमचंद जयंती धूम धाम से मनाया गया। मुंशी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक थे । मूल नाम धनपत राय श्रीवास्तव, प्रेमचंद को नवाब राय और मुंशी प्रेमचंद के नाम से भी जाना जाता हैउन्होंने कुल 15 उपन्यास, 300 से कुछ अधिक कहानियां, 3 नाटक, 10 अनुवाद, 7 बाल-पुस्तकें तथा हज़ारों पृष्ठों के लेख, सम्पादकीय, भाषण, भूमिका, पत्र आदि की रचना की। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाध्यापक ने कहा प्रेमचंद ने हिन्दी कहानी और उपन्यास की एक ऐसी परंपरा का विकास किया जिसने पूरी सदी के साहित्य का मार्गदर्शन किया।
मुंशी प्रेमचंद भारत के उपन्यास सम्राट माने जाते हैं जिनके युग के एक सफल लेखक, देशभक्त नागरिक, कुशल वक्ता, जिम्मेदार संपादक और संवेदनशील रचनाकार थे। इस अवसर पर स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक आदेश भगत ने कहा की प्रेमचंद संवेदनशील लेखक, सचेत नागरिक, कुशल वक्ता तथा सुधी (विद्वान) संपादक थे। शिक्षक दिनेश राम और मुनीर शमी ने कहा हिंदी, उर्दू, फारसी, अंग्रेजी, बहुभाषा ज्ञाता प्रेमचंद की रचनाओं में तत्कालीन इतिहास बोलता है। उन्होंने अपनी रचनाओं में जन साधारण की भावनाओं, परिस्थितियों और उनकी समस्याओं का मार्मिक चित्रण किया। प्रेमचंद की महत्ता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर स्कूल के प्रबंधन समिति के सदस्य श्री प्रमोद नोनिया, स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक रामशिस सिंह, चंदन सिंह, रानु चटर्जी, मंजीत कौर, सीमा सिंह, शालिनी श्रीवास्तव, सीमा कुंडू, ममता राम और समिरण कुंडू, सतीश पंडित मौजूद थे।
