तृणमूल कांग्रेस के श्रमिक नेता पर सरकारी जमीन हड़पने का आरोप बुरे अंदाज भुगतने की धमकी
कुल्टी। तृणमूल पार्षद जाकिर हुसैन ने तृणमूल के श्रमिक संगठन के जिला नेता मनोज राय पे सरकारी जमीन घरने का गंभीर आरोप लगाया साथ ही कहा की पुलिस को गुमराह कर के और पुलिस के निगरानी में ही खेल के मैदान को नष्ट कर के मैदान में चारदीवारी का निर्माण छुट्टी के दिन करवाया गया। वही मीडिया द्वारा पूछने पर पार्षद सहित मीडिया कर्मियों को बुरे अंदाज भुगतने की धमकी दी गई।
जहां एक ओर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का सख्त आदेश है कि सरकारी जमीन पर किसी भी प्रकार का कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। और जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को इस तरह से सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है साथ ही 6 माह में कब्जा मुक्त करने का अल्टीमेटम दे रही वहीं उन्हीं के श्रमिक यूनियन के नेता जमीन पर पुलिस को पहरे दारी में जमीन घेर रहा हैं।
इसका भांडा फोर तृणमूल के पार्षद ही कर रहे हैं।
पार्षद के विरोध कर पुलिस को कोट का ऑडर की सटीक जानकारी दी तब जा कर कार्य को रोका गया परंतु तब तक जमीन के एक भाग पर श्रमिक नेता एक भाग पर अपना कब्जा जमा लिया।
मौके पर पार्षद जाकिर हुसैन ने बताया कि लच्छीपुर के खटाल के मंदिर के पास एक मैदान हैं जहां बच्चे खेल कूद करते हैं या कोई अनुष्ठान के लिए स्थानीय लोग इस्तेमाल करते हैं। इसी से सटे मनोज राय का जमीन हैं मनोज इस मैदान को भी अपनी संपत्ति बताता हैं इससे पहले भी निगम चुनाव के समय घेरने का प्रयास किया था परन्तु कामयाब नहीं हो सका था।
इस बार रविवार की सुबह सुबह भारी पुलिस बल के साथ काफी संख्या में मजदूर लगा कर घेरने का कार्य शुरू किया पुलिस ने बताया कि कोट का आदेश हैं भारी बल देख स्थानीय लोगों ने विरोध ना कर अपने वकील से समझा जिसमें सोमवार को न्यायालय खुलने पर मालूम पड़ा कि राय को अपनी गिरी हुई बाउंड्री घेरने का आदेश हैं परन्तु पुलिस के सामने अपना पावर के दम पर गुमराह कर पुलिस की निगरानी में चार दिवारी से आगे बढ़ सरकारी ( मैदान) जमीन का हिस्सा घेर लिया। जिसकी जानकारी वकील के माध्यम से मिलने के बाद स्थानीय लोगों के साथ घटना स्थल में पार्षद हुसैन ने पुलिस को घटना की जानकारी दी उसके बाद राय द्वारा हो रहे कार्य को पुलिस ने बंद करवाया
परन्तु खेल के मैदान को नष्ट कर दिया गया जेसीपी से गड्ढा कर दिया गया। एक भाग में चारदीवारी कर ली गई।
वहीं इस मामले में मनोज राय से पूछने पर पार्षद सहित मीडिया कर्मियों को बुरे अंदाज की धमकी देने लगे।