पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा की एक और घटना सामने आई है, जहाँ कूच बिहार में एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी पर कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं ने हमला किया। इस घटना के विरोध में नियामतपुर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
घटनाक्रम के अनुसार, श्री अधिकारी के काफिले को उस समय रोका गया जब वे कूच बिहार में एक सभा में जा रहे थे। टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर उन्हें काले झंडे दिखाए, उनकी गाड़ी के शीशे तोड़े और उन्हें जान से मारने की धमकी दी। हैरानी की बात यह है कि यह हमला पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में हुआ, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। राज्य में इस तरह की घटनाएं बार-बार हो रही हैं, जिससे कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है और विपक्ष के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन टीएमसी के इशारों पर काम कर रहा है और अपराधियों को खुली छूट दी जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अपराधियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई नहीं की गई तो वे राज्यव्यापी आंदोलन चलाएंगे। नियमतपुर पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारी भाजपाइयों को हटाया और यातायात को सुचारु किया