*प्रेस विज्ञप्ति*
आज दोपहर 3 बजे से राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे रश्मि कंपनी के समीप खड़गपुर जनजागरण समिति की ओर से एक प्रतिवाद सभा आयोजित की गई। रश्मि कंपनी द्वारा समिति के खिलाफ हाईकोर्ट में दायर की गई रिट पिटीशन और आपराधिक मामला चलाने की मांग को हाईकोर्ट ने झूठा सिद्ध कर खारिज कर दिया। हाइकोर्ट के इस फैसले के बाद यह समिति की पहली सभा थी। समिति ने इस फैसले को रश्मि कंपनी के खिलाफ अपनी एक बड़ी जीत बताया।
उल्लेखनीय है कि खड़गपुर ग्रामीण क्षेत्र के वालिपुर मौजा में रश्मि कंपनी एक ‘रेड कैटेगरी’ (अत्यधिक प्रदूषणकारी) फैक्ट्री स्थापित करने की कोशिश कर रही थी, जो खड़गपुर शहर के विद्यासागरपुर, पांचबेड़िया तथा भवानीपुर जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों से कुछ ही दूरी पर स्थित है। इस रेड कैटेगरी कारखाने से फैलने वाले प्रदूषण के डर से ही लोगों ने खड़गपुर जनजागरण समिति का गठन किया था। उनके आंदोलन के कारण यह फैक्ट्री लंबे समय से बंद है। आज समिति की ओर से स्पष्ट कहा गया कि जिस प्रकार हाईकोर्ट ने रश्मि कंपनी के झूठे आरोपों को खारिज किया है, उसी प्रकार भविष्य में इस रेड कैटेगरी फैक्ट्री को इस क्षेत्र से हटाया जाएगा। वर्तमान में रश्मि कंपनी का स्पंज आयरन कारखाना चालू है और वह कानूनों की अवहेलना कर पूरे खड़गपुर में अत्यधिक प्रदूषण फैला रहा है तथा कंपनी इसी प्रकार इस नए कारखाने को भी चालू करना चाहती है। यदि शहर से लगते इस घनी आबादी वाले क्षेत्र में पुनः रेड कैटेगरी फैक्ट्री शुरू होती है, तो वायु एवं जल प्रदूषण के माध्यम से आंख, त्वचा, फेफड़े, हृदय रोग तथा कैंसर जैसी बीमारियां तेजी से फैलेंगी। कारखाने की बाउंड्री के कारण शहर का गंदा पानी इस क्षेत्र में जमा होगा, जिससे जलजमाव और जलजनित बीमारियां फैलेंगी। लोग बीमारी का कारण नहीं समझ पाएंगे, किंतु वायुजनित और जलजनित कई रोग फैलेंगे तथा महामारी जैसी स्थिति उत्पन्न होगी। अतः यह कारखाना प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आम जनता के जीवन में विनाशकारी प्रभाव डालेगा।
मुख्य मांगें –
1. ग्राम बड़कोला पंचायत द्वारा इस “मौत की फैक्ट्री’’ के लिए रश्मि कंपनी को दिया गया ट्रेड लाइसेंस रद्द किया जाए।
2. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा शहर से लगे इस रेड कैटेगरी कारखाने को दी गई अनुमति वापस ली जाए।
3. खड़गपुर म्युनिसिपैलिटी जनता पर पड़ने वाले इस भारी प्रदूषण के प्रति निश्चेष्ट है, उसे विभिन्न आंदोलनों के द्वारा जागृत किया जाएगा।
4. जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों से आग्रह किया जाएगा कि वे सरकार से इस कारखाने की अनुमति रद्द कराने हेतु हस्तक्षेप करें।
5. अंततः राज्य सरकार से मांग की जाएगी कि इस “मौत की फैक्ट्री’’ की अनुमति तत्काल वापस ली जाए।
आज की सभा में समिति अध्यक्ष महेबूब अली एवं सचिव असलम अहमद के साथ पार्षद मधु कामी, शेख सहज़ाद, राधापद दास, सोहेल राजा, बिलकिस खानम, सौपर्ण चक्रवर्ती, शेख इमरान, मुधेश्वर आरिफ, देवाशीष डे, अनिल दास, हबीबुर रहमान, सैयद आसिफ, साहिल रहमान, अब्दुल सत्तार, शेख इलियास, प्रोफेसर अनीसुर रहमान सहित अन्य नेतृत्व उपस्थित थे।