आसनसोल, 31 जुलाई 2025: आसनसोल रेल मंडल के सीतारामपुर जंक्शन स्टेशन पर अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किए गए सौंदर्यीकरण और आधुनिकीकरण कार्यों पर सवाल खड़े हो गए हैं। स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार पर बारिश का पानी सीधे यात्रियों पर गिरने से दैनिक यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को लेकर सीतारामपुर अमृत भारत स्टेशन कमेटी के सदस्य और समाजसेवी संतोष कुमार वर्मा ने रेलवे प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है।
श्री वर्मा ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री के अमृत भारत स्टेशन योजना का उद्देश्य रेलवे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है, लेकिन सीतारामपुर में गति शक्ति विभाग द्वारा किए गए कार्यों में कई गंभीर खामियां हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सिविल और इलेक्ट्रिक इंजीनियरों ने स्टेशन परिसर में सिर्फ खानापूर्ति की है।
सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि आसनसोल रेल मंडल के डीआरएम, एडीआरएम और अन्य विभागीय अधिकारी समस्याओं पर चर्चा करने के लिए अमृत भारत स्टेशन कमेटी के सदस्यों से मिलने से कतराते हैं। श्री वर्मा के अनुसार, अधिकारी शायद इन खामियों को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कई बार समस्याओं से अवगत कराने के बावजूद अधिकारियों ने मिलने से इनकार कर दिया है।
श्री वर्मा ने जोर देकर कहा कि डीआरएम भी एक सरकारी सेवक हैं, लेकिन उनसे मिलना या उनसे मुलाकात करना लगभग असंभव है। उन्होंने आसनसोल रेल मंडल से “अफसरशाही” की मानसिकता से हटकर मौजूदा कार्यकाल में कुछ ठोस कार्य करने का आग्रह किया है, ताकि आसनसोल रेल मंडल अपने “सुंदर इतिहास” को बनाए रख सके।
सीतारामपुर के यात्रियों और कमेटी के सदस्यों की मांग है कि रेलवे प्रशासन इस गंभीर समस्या पर तत्काल ध्यान दे। जल निकासी की उचित व्यवस्था की जाए और भविष्य में ऐसी परियोजनाओं में गुणवत्ता नियंत्रण पर विशेष जोर दिया जाए। यह देखना होगा कि रेलवे प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और सीतारामपुर जंक्शन के यात्रियों को कब तक इस असुविधा से मुक्ति मिलती है।