बराकर: एक संकरी गली में तेज गति से बाइक चलाने और एक बच्चे की किड्स साइकल को ठोकर मारने को लेकर बराकर में एक बड़ा विवाद हो गया. जो देखते ही देखते गभीर रूप ले लिया, जिसके बाद पुलिस को बड़ी संख्या में रेफ के जवानो को बुलाना पड़ा. यह घटना बराकर के शरीफ गली में शुक्रवार की संध्या घटी.
स्थानीय सूत्रों के अनुसार बराकर फाड़ी अंतर्गत शरीफ गली में स्थानीय एक बच्चा अपने किड्स साइकल के साथ खेल रहा था. आरोप है कि तभी कुछ युवक नशे की हालत में तेज रफ्तार में मोटरसाइकिल लेकर वहां से गुजर रहा था, तभी उसने बच्चे की साइकल को ठोकर मार दी. आवाज सुनकर बच्चे के गार्जियन बाहर आये और बाइक सवार युवको से कहा कि इतनी संकरी गली में इतना तेज बाइक क्यों चला रहे हो, जिसके बाद बाइक सवार युवक उनसे उलझ गए और गाली गलोज करने लगे, यह देख आसपास के युवक वहां आ गए और बाइक सवार युवको से हाथापाई हो गई.
हालाँकि बाइक सवार युवक भी स्थानीय ग्वाला पाड़ा का था, जिसके बाद उसने फोन करके अपने पाड़ा के लोगो को इसकी जानकरी दी. आरोप है कि बाइक सवार युवक के समर्थन में मनोज यादव नामक युवक लाठी- डंडे और अपने कुछ समर्थको के साथ वहां पहुँच गया. हालाँकि तब तक मामला शांत हो गया था और स्थानीय पीस कमिटी के मेंबर मोहम्मद फिरोज पर लोगो को समझा बुझाकर मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहे थे, तभी मनोज यादव लाठी डंडा से फिरोज पर हमला कर दिया. हालाँकि उक्त दौरान पुलिस वहां मौजूद थी, लेकिन वह मूकदर्शक बनी रही.
इस बाबत मोहम्मद फिरोज ने बताया कि उन्होंने इसे लेकर मनोज यादव के खिलाफ कुल्टी थाना में एफआईआर किया है. उन्होंने कहा कि मैंने वास्तव में झमेला कर रहे युवको के बीच मामले को निपटाने के लिए इलाके के शांति समिति के सदस्य के रूप में हस्तक्षेप किया, लेकिन मनोज यादव और उसके साथियों ने बिना विवरण जाने मुझ पर हमला कर दिया, जिससे बराकर के भाईचारे और शांति को नुकसान पहुंचाने के लिए हिंदू-मुस्लिम संघर्ष भड़क गया। मनोज यादव और उसका गिरोह बराकर गोवाला पट्टी में रहता है और वे अक्सर ऐसी असामाजिक गतिविधियों में शामिल रहते हैं।
मोहम्मद फिरोज ने पुलिस प्रशासन से गुहार लगाईं की ऐसे असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्यवाई होने चाहिए, ताकि बराकर में ऐसी असामाजिक गतिविधियों को समाप्त किया जा सके.